तेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल कर दिया है,हम नहीं रोते लोग हमें देख कर रोते हैं !
प्यार से भरी कोई ग़ज़ल उसे पसंद नहीं,
बेवफाई के हर शेर पे वो दाद दिया करते हैं !
दिल भी गुस्ताख हो चला था बहुत,
शुक्र है की यार ही बेवफा निकला !
रोये कुछ इस तरह से मेरे जिस्म से लग के वो,
ऐसा लगा कि जैसे कभी बेवफा न थे वो !
कैसे गलत कह दूँ तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है !
तुम्हारी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,
में बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगा !